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प्रयागराज : मीडिया और पुलिस के सामने खूंखार माफिया अतीक अहमद और उसके भाई को मारने वाले तीन लड़कों की जानकारी सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोली चलाने वाले आरोपियों ने पुलिस के सामने अपने बयान में कथित तौर पर कहा है, ''माफिया अतीक के पाकिस्तान से संबंध थे. उसने और उसके गिरोह के सदस्यों ने कई निर्दोष लोगों को मार डाला था।
यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं। हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं और बचपन में ही भाग गया था: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले… pic.twitter.com/nWbsLahxEo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2023
अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और उसके खिलाफ गवाही देने वालों को भी नहीं बख्शता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला.” फायरिंग करने वाले तीनों आरोपी पहले भी अलग-अलग मामलों में जेल जा चुके हैं.
पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपी कब और कैसे प्रयागराज आया था। तीनों हमलावर शातिर अपराधी हैं। तीनों हत्या, लूट समेत गंभीर आरोप में जेल जा चुके हैं। जेल में ही दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। तीनों अतीक और अशरफ की हत्या कर डॉन बनना चाहते थे।
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#WATCH | Hamirpur, UP | There are cases registered against my brother. He did not do anything for a living. I was not aware that my brother is involved in the killing of Atiq Ahmed and his brother Ashraf: Pintu Singh, brother of Sunny Singh, one of the shooters who killed Atiq… pic.twitter.com/b8ReZZr1Nt
— ANI (@ANI) April 16, 2023
शनिवार को तीनों ने मीडियाकर्मी बनकर अतीक और अशरफ अहमद को नजदीक से गोली मारी और उनकी हत्या कर दी। पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य ने पुलिस को बताया कि अगर वे मर भी जाते तो उन्हें कोई गम नहीं होता. हम फिदायीन बनकर आए थे।
पूछताछ में तीनों ने कहा- अतीक और अशरफ हमारे मासूम भाइयों को मारते रहे हैं। पूछताछ में तीनों आरोपी धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने धर्म का काम किया है। अन्याय समाप्त हो गया। हमें कोई गिला नहीं है। भले ही हमें फाँसी दे दी जाए, हम हँसी के ठहाके लगाएँगे। हमने अपना काम कर दिया है। उधर, तीनों हत्यारों से पूछताछ कर रही क्राइम ब्रांच की टीम ने बांदा, हमीरपुर व कासगंज के पुलिस कप्तानों से आरोपियों की पृष्ठभूमि व आपराधिक रिकार्ड की जानकारी मांगी है. बता दें कि प्रयागराज के शाहगंज थाने में अतीक और अशरफ की हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
हमें कोई जानकारी नहीं की वह वहां कैसे पहुंच गया और हमें इससे कोई मतलब नहीं है। यह प्रयागराज में कब से है हमें नहीं पता। यह आखिरी बार 7-8 दिन पहले आया था: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी pic.twitter.com/0frOGRQMe5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2023
जानकारी के अनुसार अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों युवक पहले भी अलग-अलग मामलों में जेल जा चुके हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी लवलेश तिवारी बांदा, सनी हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है. तीनों का कहना है कि माफिया अतीक के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध थे। उसका संबंध लश्कर-ए-तैयबा से भी था। अतीक गैंग से हर कोई डरा हुआ था। इसलिए हमने उन्हें मार डाला।