चौपारण में अलविदा जुमे का नमाज अदा कर शांति की दुआएं मांगी गई

चौपारण में रमजान महीने की आखरी जुमा (अलविदा जुमा) की नमाज प्रखंड के 26 पंचायत में अकीदत के साथ अदा की गई...
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चौपारण में अलविदा जुमे का नमाज अदा कर शांति की दुआएं मांगी गई

रमजान की आखिरी जुमे में नमाजियों की उमड़ी भीड़

चौपारण में नमाजियों ने अदा की अलविदा की नमाज

चौपारण। चौपारण में रमजान महीने की आखरी जुमा (अलविदा जुमा) की नमाज प्रखंड के 26 पंचायत में अकीदत के साथ अदा की गई। नमाज के बाद देश में अमन व सुकून, शांति, एकता, अखंडता, सलामती, तरक्की व गुनाहों की मगफिरत के लिए दुआएं मांगी गई। अलविदा जुमे की नमाज की बड़ी फजिलत है। आम दिनों में भी जुमे की नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों में नमाजी आते हैं। मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज पढ़ने वालों की तादाद काफी बढ़ जाती है। अजान से पहले ही मस्जिदें नमाजियों से भर गई थी। बुजुर्गो व युवाओं के चेहरे पर जहां खुदा का खौफ दिखा वहीं अलविदा हो रहे रमजान का गम भी। इस भीषण गर्मी में अच्छी तदाद में बच्चे भी रोजे रख रहे हैं। नमाज के बाद सलातो सलाम पढा गया।

चौपारण में अलविदा जुमे का नमाज अदा कर शांति की दुआएं मांगी गई

कमलवार के इमाम न मोहम्मद उजैर आलम ने एक वाक्या का जिक्र करते हुए रमज़ान शरीफ में मिलने वाले सवाब के बारे में बताया। कहा कि रमज़ान के आने पर खुशी मनाने और जाने पर गम मनाने वालों को खुदा पसंद फरमाते हैं। नई मस्जिद के इमाम मोहम्मद मुबारक अंजुम ने तकरीर करते हुए कहा कि रहमत, बरकत और गुनाहों के मगफिरत का यह महीना विदा हो रहा है। कहा कि अलविदा रमज़ान के साथ झूठ, नफ्स, ख्वासियात, क्रोध, चुगली, किना, हसद को भी अलीबिदा करे। रमजान अमीर लोगों को गरीबी से रूबरू करा देता है आल्हा तल्हा ने एक ही सफ में सभी को खड़ा कर दिए हैं । एक ही सफ में खड़े हैं महमूद व आयाज न कोई बंदा है और न ही बंदा नवाज़। वही हाफिज मोहम्मद हदीस ने कहा कि रमज़ान शरीफ विदा हो रहा है, दिल रो रहा है। अब एक साल जिंदगी बचेगी तो यह महिना नसीब होगा। लोग यदि इस महीने का महत्व को समझ ले तो लोग खुदा से यही दुआ करेंगे कि हर महिना रमजान का महिना हो। ए अल्लाह जिस तरह से माहे ऐ रमज़ान जा रहा है उसी तरह आल्हा तआला हमारे गुनाहों को भी बख्श दे। हमारी बुराइयों को भी हमसे अलविदा कर दे।

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