- झारखंड की नागपुरी अभिनेत्री ईशा आलिया हत्याकांड में बंगाल पुलिस जांच के लिए रांची महूदी पहुंची
- आलिया के पड़ोसियों से बात की और जानना चाहा कि पति पत्नी के बीच कैसे रिश्ते थे
- पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि दोनों में अक्सर झगड़े हुआ करते थे
- अंतिम संस्कार करने की इजाजत समाज के लोग नही दिया
- अंतिम संस्कार हज़ारीबाग़ मुक्तिधाम में किया गया था।
क्या कहा था रिया के चाचा ने अंतिम संस्कार पर रिया का अंतिम संस्कार पर भी कई लोगों ने सवाल खड़ा किया था पर रिया के चाचा महेंद्र राणा ने कहा था कि रिया उर्फ बबिता उर्फ ईशा आलिया हजारीबाग में पढ़ती थी। इसी बीच प्रकाश रविदास से परिचय हुआ। जिसके चक्कर मे आकर फिल्मी जगत में जाने की भूत सवार हो गया और उसमें काम करते-करते प्रकाश अलबेला से विवाह कर ली। जिसका समाज के लोगो ने सामाजिक मान्यता नही दिया और रिया के माता- पिता को घर में बैठ कर काफी समझाने का भी प्रयास किया था, पर गोतिया परिवार की बात को अनदेखी कर रांची में रहना शुरू कर दिया था। महेन्द्र राणा ने बताया कि भैया धनोखी राणा को लकवा मार दिया जिसके कारण अपने से चलना- फिरना कम हो गया था जिसके कारण अदा कदा महूदी आते थे। रिया के चाचा महेंद्र राणा ने बताया कि सामाजिक स्तर से भले ही विवाह नही हुआ पर विवाहिता को अपने मायके में अंतिम संस्कार हिन्दू धर्म मे नही किया जाता है। इस लिए महूदी में अंतिम संस्कार करने की इजाजत समाज के लोग नही दिया जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार हज़ारीबाग़ मुक्तिधाम में किया गया था।
