|
आज भी समाज में बेटा-बेटी में फर्क जारी है। यही वजह है कि बेटे की चाह में लोग भ्रूण ह,त्या से लेकर बच्चा चोरी करने से पीछे नहीं हटते।
ऐसा ही एक मामला हजारीबाग के करमा गांव में सामने आया है। जिसमें एक दंपती ने अपनी बेटी के बदले बच्चा चोर से बेटा बदल लिया।
चौपारण : चौपारण प्रखंड के करमा गांव में पांच बेटियों के मां-पिता ने एक पेशेवर बच्चा चोर महिला से बेटा लिया और अपनी बच्ची उसे सौंप दिया लेकिन छानबीन के बाद पूरा मामला खुल गया। 24 घंटे के भीतर पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया है।
करमा गांव के शिवा तूरी की पत्नी आशा देवी का डेढ़ साल का बेटा कल्लू सोमवार सुबह करीब दस बजे घर से चोरी हो गया था। इसके बाद परिजन परेशान हो गए, उसे खोजने लगे। जब बेटा नहीं मिला तो परिजनों ने मुखिया को इसकी जानकारी दी। मुखिया ने पुलिस को सूचना दी। सभी तलाश में जुट गए।
इसी बीच पता चला कि पड़ोस में रहने वाली मोहन तूरी की पत्नी मंजू देवी घर से गायब है। पुलिस मंजू की खोज में जुट गई। सोमवार रात आठ बजे मंजू पांच महीने की बच्ची के साथ कष्टम्बा गांव में देखी गई। इसकी सूचना पुलिस को मिली। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मंजू देवी बच्चा चोरी की घटनाओं में पहले से शामिल रही है। पुलिस ने मंजू देवी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पांच माह की बच्ची भी बरामद कर ली गई। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बरकट्ठा के सिमरा गांव में नरेश भुइयां के घर छापेमारी की। वहां डेढ़ साल का बच्चा कल्लू भी बरामद किया गया।
पुलिस ने जब नरेश भुइयां से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्हें पांच बेटियां हैं। बेटे की चाह में उन्होंने मंजू देवी से संपर्क किया। उसने वादा किया कि बेटी के बदले वह बेटा उपलब्ध करा सकती है। इस वादे के बाद उन्होंने अपनी पांच माह की बेटी सौंप दिया। इसके बाद मंजू देवी ने बदले में डेढ़ साल का एक बच्चा लाकर दे दिया। नरेश भुइयां का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि बच्चा चोरी का है और मंजू देवी बच्चा चोरी का काम करती रही है।
Related Posts