
पश्चिम बंगाल से भागी हुई 23 वर्षीय लड़की को मधुपुर से पत्रकारों और आरपीएफ की मदद से भेजा गया घर
देवघर जिला संवाददाता सुधांशु शेखर
मधुपुर 17 जुलाई13105अप सियालदह बलिया एक्सप्रेस ट्रेन के महिला बोगी में एक 23 वर्षीय युवती को रोते देख, गिरिडीह बीएनएस डीएवी की शिक्षिका शाहजहां खातून उसी ट्रेन में सफर कर मधुपुर आ रही थी , जब पूछताछ किया तो मालूम हुआ वह कई दिन से भूखी और अकेली है ।शिक्षिका ने इसकी जानकारी गिरिडीह न्यूज़ चैनल के पत्रकार को दी । पत्रकार ने उन को सलाह दी कि उससे पूरी जानकारी हासिल करें । शिक्षिका जब जानकारी करी तो मालूम हुआ उसके बैग में एजुकेशन के सभी सर्टिफिकेट, पासबुक आदि थे और वह अपने घर मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से 5 दिन से भागकर इधर उधर भटक रही थी शिक्षिका ने जब उसे खाना खिलाने के लिए हाथ धूलवाने बेसिन के पास ले गई तो वह ट्रेन से कूदने की कोशिश करने लगी लेकिन शिक्षिका और कई महिला यात्रियों की मदद से उसे बचाया गया ।
इसकी जानकारी गिरिडीह के पत्रकार ने मधुपुर पत्रकारों को दी । वही मधुपुर के पत्रकार मोहम्मद असलम, इम्तियाज अंसारी, अजीत आनंद आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र प्रसाद समेत आरपीएफ जवान के साथ उक्त ट्रेन के महिला बोगी के पास पहुंचकर उसे मधुपुर उतारकर पूछ ताछ कर फिर उसी ट्रेन में सफर कर रहे आरपीएफ एस्कॉर्ट पार्टी को मधुपुर आरपीएफ सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र प्रसाद ने सुपुर्द किया जहां एस्कॉर्ट पार्टी के द्वारा महिला रेल यात्री को जसीडीह ले जाया गया जहां से जसीडीह आरपीएफ पोस्ट को सुपुर्द कर युवती के परिवार वालों को बुलाया जाएगा ।युवती का नाम ए खातून बताया जाता है ।
अनुमान लगाया जा रहा है कि वह किसी के कहने पर घर से भागी थी और वह शख्स उसे या तो छोड़ दिया या नहीं मिला। वही आरपीएफ सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि मधुपुर आरपीएफ पोस्ट में महिला आरपीएफ नहीं रहने के कारण उसे जसीडीह भेजा गया।