कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मेदांता रांची के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीरज प्रसाद, डॉक्टर मुकेश अग्रवाल एवं डॉक्टर विनीत कुमार ने बताया कि दिल से जुड़े रोगों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे और युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं।रोगों की वजह से हर साल करीब 17.9 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है।दिल से जुड़े रोगों के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस यानी वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मेदांता रांची के डॉयेरक्टर विश्वजीत कुमार ने कहा कि मेदांता रांची की ओर से आयोजित एक सफल आयोजन रहा है। रांची के लोगों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण लोग कई घातक बीमारियों के शिकार होते हैं। इन्हीं बीमारियों में से एक है हृदय से संबंधी समस्या,हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है।हृदय रोगों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बतलाया,मेदांता रांची अपने मरीजों को हर सुविधा उपलब्ध करवाता है। साथ ही उन्हें दिल की इन गंभीर बीमारियों से दूर रखने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने में भी मदद करता है।उन्होंने कहा कि मेदांता रांची हमेशा अपने मरीजों और समाज को जागरूक करने की कोशिश करता रहता है। हमारी कोशिश होती है कि लोगों तक स्वास्थ्य से जुड़ी अहम जानकारियां पहुंच सके।
मेदांता रांची के कार्डियक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने बताया कि पहले बुजुर्गों को हार्ट अटैक आने का खतरा रहता था,लेकिन अब यह समस्या हर उम्र के लोगों में देखने को मिलती है।हार्ट अटैक आने से पहले शरीर कई संकेत देता हैं,जिसे शुरुआती दौर में पहचान लेना चाहिए। अगर आप सही समय पर डॉक्टर से मिल लेते हैं तो आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि सीने में दर्द,सांस लेने में कठिनाई,थकान,सूजन और अन्य कई संकेत हैं।दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए। शारीरिक गतिविधि में शामिल होने से दिल संबंधी फिटनेस में सुधार होता है।दिल को स्वस्थ रखने के लिए आपको रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए, इसके साथ ही अपनी डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए, जिससे हृदय स्वस्थ हो। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों तक दिल से जुड़ी अहम जानकारियां पहुंचाना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को पता चला कि अच्छे दिल और उसके दुश्मनों से कैसे बचा जा सकता है।