ज्ञात हो कि पूरी दुनिया में 29सितंबर को विश्व ह्रदय दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व ह्रदय दिवस का थीम है दिल का इस्तेमाल करें, दिल को जानें।अस्पताल परिसर में मरीजों एवं उनके परिजनों की मौजूदगी में ह्रदय से सम्बंधित सवाल-जवाब किये गए। सही जवाब देने वाले को डॉ महेश कुशवाहा के हाथों पुरष्कृत कर सम्मानित भी किया गया। इसी क्रम में अस्पताल परिसर में दिल से सम्बंधित जानकारियों को मरीजों के साथ साझा किया गया। इस विशेष मौके पर पारस अस्पताल में मुफ्त ह्रदय जांच की सुविधा 31 अक्टूबर तक दी जा रही है, जिससे ह्रदय रोगियों को सहायता मिल सके।
पारस अस्पताल के ह्रदय रोग विशेशज्ञ डॉ महेश कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि विश्व ह्रदय दिवस मनाने का मुख्य मकसद ह्रदय रोग के कारण और बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करना है। डॉ महेश कुशवाहा ने कहा कि ह्रदय हमारे शारीर का मुख्य अंग है जो शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करता है। आज के समय में ह्रदय रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब तो किसी भी उम्र के लोगों में ह्रदय सम्बंधित बीमारियां हो रही है,जिसका मुख्य कारण असंतुलित आहार एवं अत्यधिक तनाव भरी जीवनशैली है। शराब और धुम्रपान भी युवाओं में ह्रदय रोग का कारण बन रहा है।
पारस एचईसी अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ नितेश कुमार ने इस मौके पर कहा की विश्व ह्रदय दिवस का मकसद मरीजों को ह्रदय रोग के प्रति जागरूक करना है। दिल का ख्याल रखने के लिए दिल के बारे में जानकारी होना जरूरी है। आप जितना अपने दिल का इस्तेमाल करेंगे उतना अधिक अपने दिल को जान पाएंगे। दिल की जानकारी आपको दिल की बीमारी से बचाएगी। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, तनाव रहित जीवनशैली और नशा से दूरी आपके दिल को स्वस्थ रखने का यही सबसे बढ़िया तरीका है। इसलिए दिल का उपयोग करें और अपने दिल को जानें।उक्त जानकारी विवेक आनंद ने दी।