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हजारीबाग : शहर में भक्ति भाव का माहौल हर तरफ देखने को मिल रहा है. भक्तों के द्वारा आस्था को लेकर विभिन्न प्रकार का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है इसी कार्यक्रम के बीच हजारीबाग शहर के मुनका बगीचा प्रांगण में श्री श्याम अरदास कीर्तन परिवार के द्वारा एकदिवसीय द्वितीय श्री श्याम मनुहार महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन की शुरुआत सर्वप्रथम बाबा श्याम की पूजा अर्चना के साथ हुई। बाबा श्याम की पूजा अर्चना श्री राणी सती मंदिर के प्रधान पुजारी शशिकांत मिश्रा के द्वारा विधिवत रूप से पूजा अर्चना कराई गई।पूजा अर्चना के उपरांत बाबा की आरती के साथ भव्य कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्थानीय कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से श्याम भक्तों को रिझाया। इसके बाद विभिन्न मंडल के सदस्यों ने बारंबार भजन प्रस्तुत किया। इसके बाद बाहर से आए कलाकारों में लव अग्रवाल, मंडल के सदस्य रोहित शर्मा एवं कृष्णा अग्रवाल जिनकी उम्र महज 16 वर्ष है इन्होंने अपनी प्रस्तुति श्याम भक्तों के समक्ष रखा।
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हनुमान जी, भोले बाबा सहित अन्य देवी देवताओं के भजन गाते हुए उन्होंने समस्त श्याम प्रेमियों को देर रात तक झुमाया। संजय मित्तल ने बाबा श्याम के भजनों में लड़खड़ा जो मै जाऊँ कहीं...... तुम संभालोगे विश्वास है, क्यों घबराऊँ मैं ..... मेरा तो श्याम से नाता है ऐसे अनेकों भजन बाबा श्याम का उन्होंने प्रस्तुत किया।
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भजन संध्या में झारखंड की समस्त मंडल को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया भव्य भंजन संध्या का लाइव टेलीकास्ट 35M पर किया जा रहा था।
भजन संध्या में रांची, कोलकाता के साउंड सिस्टम एवं दिल्ली के म्यूजिशियन अपनी प्रस्तुति दे रहे थे, इस कार्यक्रम में श्री श्याम परिवार तुलसी धाम कोलकाता का विशेष आशीर्वाद प्राप्त हुआ,श्री श्याम अरदास कीर्तन परिवार रामगढ़ कैंट का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ, कोलकाता के दो सबसे पुराने एवं सुप्रसिद्ध मंडल श्री श्याम मित्र मंडल कोलकाता एवं श्री श्याम कला भवन कोलकाता को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था जिन्होंने कार्यक्रम में शामिल होकर कार्यक्रम को चार चांद लगाया।
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मौके पर आयोजक मंडली ने कहा कि बाबा श्याम, कोलकाता रामगढ़ समेत झारखंड के विभिन्न जिलों से आए मंडल के सदस्य गण एवं हजारीबाग के श्याम प्रेमियों के आशीर्वाद से कार्यक्रम ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। हम विशेष धन्यवाद देते हैं संजय मित्तल एवं उनकी टीम का जिन्होंने हजारीबाग की धरती को श्याम मय कर दिया।
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