बरही : फिलीस्तीन समस्या पर एक दिवसीय अंतरिक्ष संगोष्ठी का आयोजन

आरएनवाईएम कॉलेज में गुरुवार को इतिहास विभाग द्वारा ई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में "फिलीस्तीन समस्या एक ऐतिहासिक परिदृश्य" विषय पर एक दिवसीय...
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बरही : फिलीस्तीन समस्या पर एक दिवसीय अंतरिक्ष संगोष्ठी का आयोजन
बरही। आरएनवाईएम कॉलेज में गुरुवार को इतिहास विभाग द्वारा ई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में "फिलीस्तीन समस्या एक ऐतिहासिक परिदृश्य" विषय पर एक दिवसीय अंतरिक्ष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी के मुख्य रूप से शामिल हुए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बिमल किशोर थे। मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि डॉ. बिमल किशोर ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यहूदियों के पास अपना कोई अलग स्थान नहीं था, अपनी पहचान बनाने, अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए वे फिलीस्तीन नामक स्थान पर बसने लगे (1963)। बाद में इस क्षेत्र पर रोमन साम्राज्य का कब्जा हो गया। इस समय यहूदियों पर काफी अत्याचार किए गए। कुछ लोग वहां से भाग गए। यह सिलसिला करीब 600 वर्षों तक चलता रहा। इसके बाद अरबों का शासन रहा। इस समय इस्लामी रीति-रिवाज फैले। इसके बाद तुर्की साम्राज्य का विकास हुआ।

बरही : फिलीस्तीन समस्या पर एक दिवसीय अंतरिक्ष संगोष्ठी का आयोजन

प्रथम विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन को यहां का संरक्षक बनाया गया ताकि वह मध्य पूर्व के देशों में अपना वर्चस्व स्थापित कर सके। शांति समझौते के लिए कई प्रयास किए गए। लेकिन समस्या का समुचित समाधान नहीं हो सका। वहीं विभागाध्यक्ष डॉ अरुणा रानी ने इस विषय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए फिलीस्तीन का प्रारंभिक इतिहास, फिलीस्तीन समस्या क्या है?, अरबों का दावा, यहूदियों का दावा, यहूदियों द्वारा फिलीस्तीन के लिए आंदोलन, फिलीस्तीन समस्या के समाधान का प्रयास, सैमुअल आयोग की नियुक्ति, चर्चिल का श्वेत पत्र आदि पर विस्तृत जानकारी साझा की। साथ ही विभाग की डॉ कुमारी सुषमा कुमारी ने भी इस विषय पर प्रकाश डाला तथा फिलीस्तीन समस्या के भौगोलिक, आर्थिक एवं सामाजिक कारणों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन डॉ अजय कुमार रंजन ने किया। अंत में आईक्यूएसी समन्वयक डॉ अरुण कुमार रामानुज ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर डॉ. अजय रविदास, डॉ. कुमारी सुषमा, प्रो. हीरामन साव, डॉ. बद्री साव, डॉ. अरुण रामानुज, डॉ. नैय्यर इकबाल, डॉ. अंजली कुसुम ओम, डॉ. सरिता सिन्हा, डॉ. अजय प्रताप सिंह, डॉ. ए.सी. उपस्थित थे। बसु, प्रो. जागेश्वर प्रसाद यादव, डॉ. बी.डी. मोदी, प्रो.संजय बख्शी, डॉ.महेश यादव, डॉ.अशोक कुमार, प्रो.अब्बास, डॉ.अजय कुमार रंजन, प्रो.तमन्ना परवीन, प्रो.बबीता, डॉ.सीमा सिन्हा उपस्थित थे।शिक्षकेतर दिनेश्वर प्रसाद यादव, नागेश्वर प्रसाद यादव, हरेंद्र सिंह, दिनेश यादव, त्रिभुवन यादव, निर्मला, शिवाली, संतोष समेत अन्य मौजूद थे।

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