
चौपारण। प्रखंड में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में गुरुवार 24 अप्रैल शाम को कैंडल मार्च निकाला गया। आतंकी घटना में शहीद हुए 28 पर्यटक वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए व्यवसायी संघ व प्रेस क्लब चौपारण के संयुक्त तत्वावधान में चतरा मोड़ स्थित देवी मंडप से केंदुआ मोड़ चौपारण थाना तक कैंडल मार्च निकाला गया। इस कैंडल मार्च में सैकड़ों युवा, महिलाएं, समाजसेवी, पत्रकार व व्यवसायी शामिल हुए।
श्रद्धांजलि स्थल पर लगा संदेश-संवेदनाओं से भरा बैनर सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा था, जिसमें लिखा था-
28 शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, अब पूरा भारत बोलेगा- पाकिस्तान होश में आ। हम शांति चाहते है, पर कमजोरी नहीं दिखाएंगे। कश्मीर हमारा था, है और रहेगा। भारत माता की जय।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेस क्लब चौपारण एवं व्यवसायी संघ के अध्यक्ष शंकर यादव ने की। उन्होंने कहा कि देश की एकता और संप्रभुता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों की शहादत को हम नमन करते हैं। यह आयोजन न केवल श्रद्धांजलि है, बल्कि हमारे इरादों का स्पष्ट एलान भी है कि हम आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शंकर यादव
प्रेस क्लब चौपारण के वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर ने कहा कि शहीदों का बलिदान हमें एक साथ सोचने और संघर्ष करने की प्रेरणा देता है। हम कलम, समाज सेवा हर तरह से देश के साथ खड़े हैं।
शशि शेखर
मार्च के दौरान पूरे मार्ग पर भारत माता की जय, वंदे मातरम और शहीदों अमर रहो जैसे नारे गूंजते रहे। लोग शांति और एकता के प्रतीक बनते हुए हाथों में मोमबत्ती और तिरंगा लेकर आगे बढ़ते रहे। मौके पर शंकर यादव, शशि शेखर, दयानंद केशरी, मुखिया पिंकी सिंह, सुषमा केशरी, राकेश पांडेय, पवन बर्णवाल, सोनु सिंह, सतेन्द्र सिंह, तस्लीम रजा, मुनेश्वर गुप्ता, संजय सिंह, सियाराम सिंह, अनिल केशरी, बीरबल केशरी, अजय केशरी, शौकत खान, रिशु बर्णवाल, इमरान खान, शीलु खान, बजरंग केशरी, राजेश सहाय, बीरबल साहु, सागर केशरी, प्रकाश केशरी, संजय केशरी, मन्नु, राजन भगत, सन्नी अग्रवाल, मुनेश्वर गुप्ता, दीपक विश्वकर्मा, रंजीत चंद्रवंशी, गुरूदेव गुप्ता, शिव कुमार यादव व पत्रकार संघ के सभी सदस्य मौजूद रहे।वहीं संघ के उपाध्यक्ष दयानंद केशरी ने कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि देश के वीर सपूतों के बताए रास्ते पर चलकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दें। एकता और अखंडता ही देश के लिए सबसे बड़ा संदेश है।
दयानंद केशरी