
विष्णुगढ़। प्रखंड के हाॅस्पिटल चौक में स्थित विवेकानंद सेवा आश्रम परिसर में रविवार को विप्र समाज विष्णुगढ़ की ओर से संस्कृत दिवस बड़े हीं धूमधाम एवं श्रद्धा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विप्र समाज के प्रखंड अध्यक्ष रोहितानंद मिश्र ने किया तथा इसका संचालन प्रखंड सचिव यशवंत मिश्रा ने किया। समारोह का शुभारंभ भगवान परशुराम की तस्वीर पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात इस समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि बगोदर सांसद प्रतिनिधि महेश मिश्रा सहित विप्र समाज के वरिष्ठ गणमान्य लोगों को अंगवस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि महेश मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज के उत्थान के लिए राजनीति में सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। वरिष्ठ वक्ताओं कृष्ण जीवन मिश्रा , वीरेंद्र उपाध्याय, दिनेश्वर पाठक एवं वीरेंद्र पांडेय ने नयी पीढ़ी को संस्कृत भाषा एवं भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। वक्ताओं ने कहा कि अगर संस्कृत है तो भारत की संस्कृति है। वहीं विप्र समाज के प्रखंड अध्यक्ष रोहितानंद मिश्र ने विष्णुगढ़ प्रखंड में संस्कृत विद्यालय स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की और सहयोग का आह्वान किया। विप्र समाज के सचिव यशवंत मिश्रा ने स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म सम्मेलन के विचारों का उल्लेख करते हुए गीता को सभी धर्मों का निचोड़ बताया । इस मौके पर मुख्य रूप से महेश मिश्रा, वीरेंद्र उपाध्याय, यशवंत मिश्रा , सुनील कुमार अकेला, कृष्ण जीवन मिश्रा, कालीचरण पांडेय, घनश्याम पाठक, रविन्द्र पाठक, सतीश मिश्रा, गणेश पाण्डेय, उमाशंकर वैद्य, रंजीत पांडेय, दीपक कुमार मिश्रा,भीम पांडेय, दीपक कुमार पाण्डेय, श्रीकांत मिश्र, अमरकांत मिश्रा, उज्जवल पांडेय, उमेश कुमार मिश्रा, पवन कुमार मिश्रा एवं रवि कुमार पाण्डेय समेत काफी संख्या में विप्र समाज के लोग उपस्थित थे।