महावीर की मौत हत्या थी या दुर्घटना, एक सप्ताह बीतने के बाद भी जांच में ही उलझी हुई है पुलिस
लुंदरू के सैकड़ों लोगों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर थाना प्रभारी पर लगाया दोषियों को बचाने का आरोप
न्यूज़ वाला प्रतिनिधि हज़ारीबाग
टाटीझरिया(हजारीबाग):टाटीझरिया थाना क्षेत्र के खैरा-इचाक सड़क के किनारे खेत में बीते 12 अप्रैल को लुंदरू निवासी सामाजिक कार्यकर्ता महावीर प्रसाद कुशवाहा(55 वर्ष)का शव मिला था।इसके बाद मृतक के पुत्र खगेन्द्र प्रसाद कुशवाहा ने टाटीझरिया थाना में हत्या का आशंका दर्ज करते हुए लुदंरू निवासी गोलू यादव,राजेश राम और पुनाई निवासी दारा सिंह को आरोपी बनाया था।घटनास्थल पर लुंदरू,बसरिया,पुनाई,खैराकरमा और आसपास क्षेत्र से पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को पहले आरोपियों को पकड कर सजा दिलाने तब शव को पोस्टमार्टम करने की मांग कर रहे थे,लेकिन फिर समझाने-बुझाने पर शव को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था।
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पोस्टमार्टम के लिए त्रिसदसीय मेडिकल बोर्ड गठित हुई। पुलिस ने तीनों को घर से उठाकर थाना लाया था लेकिन फिर उनलोगों को छोड दिया गया। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी महावीर की मौत हत्या या दुर्घटना स्पष्ट नहीं हो सका है।सोमवार को लुंदरू,देवकुली,पुनाई,बसरिया, खैरा-करमा के सैकडों महिला-पुरूष एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की मांग किया है और थाना प्रभारी के विरोध में जमकर बोले।मृतक के परिजनों ने थाना प्रभारी पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है।पुत्र खगेंद्र प्रसाद कुशवाहा का कहना है कि मेरे पिता को तीनों उठा कर ले गए उसके बाद सुबह उनका शव मिला।थाना प्रभारी के द्वारा आरोपियों को बचाया जा रहा है। उसने कहा कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो और उनके पिता के हत्यारे को सजा नहीं दी जाती है तो परिजन थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन व अनशन करेंगे।महावीर प्रसाद कुशवाहा लुंदरू,देवकुली, पुनाई, बसरिया और आसपास के सामाजिक व्यक्ति थे।हर समाजिक कार्यों में वह बढचढ कर हिस्सा लेते थे। इनकी मौत की सूचना के बाद उनके आवास पर केंद्रीय मंत्री व सांसद अन्नपूर्णा देवी,विधायक अमित यादव,भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुनील मेहता समेत अन्य पहुंचे।सदर विधायक मनीष जायसवाल,पूर्व विधायक जानकी प्रसाद यादव,कांग्रेस नेता आरसी प्रसाद,भाजपा नेता बटेश्वर मेहता,आर के मेहता,उमेश गिरी,परमेश्वर राम ने दोषियों को सजा देने की मांग किया है।