
चतरा (कान्हाचट्टी) : जब से देवरी-डुमरी फायरिंग रेंज की सरकारी अधिसूचना जारी हुई है, लोगों की धड़कनें बढ़ गयी हैं, लोगों को यह चिंता सता रही है कि आखिर यह क्षेत्र फायरिंग रेंज में तब्दील हो जायेगा, तो हम सब कहां रहेंगे. तमाम चिंताओं ने लोगों का जीना हराम कर दिया है, जिधर देखो उधर सिर्फ फायरिंग रेंज की ही बात हो रही है. इसके विरोध में देवरी-डुमरी फायरिंग रेंज संघर्ष समिति के नेतृत्व में कान्हाचट्टी प्रखंड के हजारों लोगों ने एकजुट होकर फायरिंग रेंज एक विरोध में आंदोलन को शुरुवात किए. "जान देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे" इसी नारे के साथ प्रखंड के हजारों ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय स्थित सयाल बगीचा में जुटे. आंदोलन को सफल बनाने में वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद सिंह, विनय सिन्हा, मुखिया छोटू सिंह का योगदान समेत प्रखंड व पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों ने काफी सहयोग किया. लोगों ने सयाल बगीचा में बैठक कर विरोध जताया और फिर बीडीओ के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर इस आंदोलन को तेज करने के लिए फील्ड फायरिंग रेंज की सरकारी अधिसूचना को रद्द करने की मांग की. जिला परिषद उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर उर्फ बिरजू तिवारी का भी प्रखंडवासियों को समर्थन मिला. श्री तिवारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि लड़ाई आखिरी दम तक लड़ी जायेगी और अंत में हम सबकी जीत होगी, किसी भी कीमत पर जमीन नहीं दी जायेगी. इसे और तेज किया जाएगा और अगर ब्लॉक से लेकर जिला, राज्य और केंद्र तक भी आंदोलन करने की जरूरत पड़ी तो हम पीछे नहीं हटेंगे.

आंदोलन को धार देने में महिलाओं का भी पूरा सहयोग मिलेगा: सत्या देवी
कोल्हैया पंचायत के भांग कुरकुट्टा गांव की महिला सत्या देवी ने कहा कि इस आंदोलन में प्रखंड की महिलाएं पीछे नहीं रहेंगी, महिलाएं भी अपने हक की लड़ाई के लिए आगे आयेंगी और हर तरह से आंदोलन को तेज करेंगी. चार ब्लॉक कान्हाचट्टी ब्लॉक समेत हंटरगंज, इटखोरी, चतरा में कुल 317 मौजा फील्ड फायरिंग रेंज बनाने की अधिसूचना जारी कर दी गयी है. प्रखंड प्रमुख इंदु देवी, उपप्रमुख सुमन सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष सतीश सिंह, पूर्व प्रमुख सच्चिदानंद सिंह, अरुण सिंह, भीम सिंह, गोपाल सिंह, राज सिंह चौहान, पंचायत समिति सदस्य राजेंद्र यादव, मुखिया राजेंद्र राम समेत सभी पंचायतों के प्रतिनिधि व हजारों की बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
 
