
हज़ारीबाग़: जिला प्रशासन विभिन्न सरकारी विभागों में समन्वयक बनाकर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने की पहल कर रहा है. इसके लिए शुक्रवार को डीसी ने समाहरणालय सभागार में समन्वय समिति की बैठक की. इसमें मादक पदार्थों की तस्करी और खेती को रोकने और विभिन्न स्तरों पर समन्वय और सहयोग स्थापित करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम के उद्देश्य से चार स्तरीय नारको-समन्वय केंद्र तंत्र का गठन किया गया। सभी स्तरों पर गठित टीम को पूरी तत्परता एवं समन्वय के साथ कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई। समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। डीसी ने बीडीओ एवं सीओ को क्षेत्रीय स्तर के कर्मियों की भूमिका सुनिश्चित करने एवं स्थानीय पंचायत जन प्रतिनिधियों एवं आम जनता को अधिनियम के अनुरूप जागरूक करने का निर्देश दिया.
 
समाज को किया जायेगा जागरूक, चौपारण में चलेगा विशेष अभियान : एसपी
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक चतुर्थ मनोज रतन ने कहा कि नशे की खेती और सेवन बेहद संवेदनशील और गंभीर मामला है. इसे प्राथमिक स्तर पर रोकना और इसमें शामिल गिरोहों पर कार्रवाई करना जरूरी है. इसके साथ ही समाज को जागरूक करना भी जरूरी है ताकि इसके दुष्प्रभावों को खत्म किया जा सके। इस संबंध में उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ ही तस्करी पर अंकुश लगाने, जिले के चिह्नित प्रखंडों खासकर चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाने की बात कही. बताया गया कि नशे की खेती के लिए सुर्खियों में रहने वाला चौपारण इलाका सुदूरवर्ती होने के साथ-साथ बिहार की सीमा से सटा हुआ है. वहां विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
मुखिया व थाना प्रभारी को देना होगा शपथ पत्र, चार विभागों को दी गयी जिम्मेवारी
मौके पर निर्देश दिया गया कि मुखिया व थाना प्रभारी को शपथ पत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में नशीली पदार्थों का उत्पादन नहीं होता है. साथ ही अंतरराज्यीय गिरोह पर नजर रखने के लिए पड़ोसी राज्य की पुलिस से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये गये. वहीं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को नशीली पदार्थों, सेवन के दुष्परिणामों एवं अधिनियम की धाराओं के बारे में जनजागरूकता के लिए स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित करने, सोशल मीडिया, बैनर एवं मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया.
 
नशा मुक्ति केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाएं बहाल करने का निर्देश
वहीं सिविल सर्जन को नशा मुक्ति केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने तथा इसे गतिशील बनाये रखने का निर्देश दिया गया. साथ ही साथ ही कल्लू चौक स्थित समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एनजीओ से संचालित केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं, संचालन आदि दुरुस्त रखने का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया गया. मौके पर जिला औषधि निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर रोकथाम के लिए मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण कर जांच करने का दिया गया निर्देश । बैठक में आईपीएस आरिफ इकराम, वन प्रमंडल पदाधिकारी, सदर एवं बरही अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन एवं समिति के अन्य सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित थे.
 
