
एसपी ने पुलिस पदाधिकारियों को सम्मानित किया
इस बड़ी लूटकांड का सफलतापूर्वक खुलासा करने के लिए जिले के एसपी दीपक कुमार शर्मा ने तीन डीएसपी मुकेश महतो, संदीप सुमन और नौशाद आलम समेत जमुआ थाना प्रभारी बिपिन कुमार, धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद, धनवार थाना प्रभारी सत्यदीप समेत 11 आर्म्स गार्ड को नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. सम्मानित होने वालों में साकेत सिंह, टुनटुन साह, नरेश हज्जाम, आसीन अंसारी, नगीना पासवान भी शामिल हैं. एस.डी.पी.ओ. स्तर के अधिकारियों को 5,000 और एसआई रैंक के अधिकारियों को 3,000 रुपये देकर सम्मानित किया गया। महज तीन माह में पांच करोड़ रुपये लूट कांड के खुलासे से एसपी दीपक कुमार शर्मा समेत सभी पुलिस अधिकारियों का मनोबल बढ़ा दिया है.
मामले को लेकर गुरुवार को एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि तीन माह पहले 21 जून को जमुआ थाना क्षेत्र के बाटी मोड़ में क्रेटा गाड़ी से पांच करोड़ रुपये नकद की लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. हजारीबाग के बरही इलाके के आठ अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए स्कॉर्पियो और एसयूवी का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने मास्टरमाइंड खिरोधर साहू के पास से स्कॉर्पियो जब्त की है. खिरोधर साहू अपने साथियों के साथ लूटकांड करने के बाद कन्याकुमारी भाग गया था. एसपी ने बताया कि खिरोधर साहू अपने साथियों के साथ नेशनल हाईवे और जीटी रोड पर फर्जी डीटीओ और पुलिस पदाधिकारी बनकर वाहनों की रेकी करता था और उनका पीछा कर सुनसान इलाकों में लूटपाट करता था.

एसपी ने कहा कि 21 जून को घटना से पहले खिरोधर साहू ने रेकी की और पता चला कि मयूर सिंह जडेजा अपने सहयोगी जगत सिंह जडेजा के साथ बिहार के DY कंपनी के मैनेजर भरत सिंह सोलंकी के निर्देश पर 5 करोड़ नगद लेकर कोलकाता जा रहा था. कोलकाता जाने के क्रम में खिरोधर साहू ने अपने आठ साथियों के साथ मिलकर बाटी मोड़ में पांच करोड़ रुपये की डकैती की और फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही कई थाने की पुलिस सक्रिय हो गयी और अपराधियों की धरपकड़ में जुट गयी. पुलिस टीम ने लगातार छापेमारी कर पहले छह अपराधियों को पकड़ा और उनके पास से तीन करोड़ 24 लाख रुपये बरामद किये. पूछताछ में गिरफ्तार छह अपराधियों ने मास्टरमाइंड खिरोधर साहू के कन्याकुमारी में मौजूद होने की बात बतायी थी. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने उसे कन्याकुमारी से गिरफ्तार किया और पहले उससे 39 लाख रुपये और बाद में उसके सहयोगी मुन्ना रविदास से 38 लाख रुपये बरामद किये.
