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गिरिडीह : देवरी, तिसरी और गांवा प्रखंड को 2025 तक बाल विवाह मुक्त करने का हुआ निर्णय, 16 अक्तूबर को सभी अपने स्तर से करेंगे बाल विवाह के विरोध में आवाज बुलंद

बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सभी गांव में जायेंगे बाल विवाह रोकने का शपथ...
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गिरिडीह : देवरी, तिसरी और गांवा प्रखंड को 2025 तक बाल विवाह मुक्त करने का हुआ निर्णय, 16 अक्तूबर को सभी अपने स्तर से करेंगे बाल विवाह के विरोध में आवाज बुलंद

गिरिडीह तिसरी से मनोज लाल बर्नवाल की रिपोर्ट

बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सभी गांव में जायेंगे बाल विवाह रोकने का शपथ
देवरी, तिसरी और गांवा प्रखंड को 2025 तक बाल विवाह मुक्त करने का हुआ निर्णय
विकसित और सभ्य समाज निर्माण के लिए बाल विवाह जैसी कुरीति को खत्म करना जरूरी है- राजकुमार यादव प्रमुख तिसरी
प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख, जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत सचिव, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित
बाल विवाह मुक्त समाज निर्माण हेतु सभी ने लिया संकल्प
16 अक्तूबर को सभी अपने स्तर से करेंगे बाल विवाह के विरोध में आवाज बुलंद

गिरिडीह : तिसरी में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को गिरिडीह जिले में सफल बनाने के लिए आज तिसरी प्रखंड मुख्यालय में तीनों प्रखंड (देवरी, तिसरी और गांवा) के प्रमुख, उप प्रमुख, बीस सूत्री सदस्य, पंचायत मुखिया, पंचायत सचिव, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की बैठक में संयुक्त रूप से निर्णय लिया गया कि, बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत कार्यक्रम को सभी पंचायतों में आयोजित किया जाएगा। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि, बाल विवाह से बच्चों को आजादी दिलाने के लिए समाज में व्यापक जन अभियान चलाया जाएगा और बच्चों उनके माता पिता के साथ साथ पुरोहित मौलवी, टेंट बाजा वाले आदि को भी जागरूक किया जाएगा कि वे बाल विवाह न कराएं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रखंड प्रमुख श्री राजकुमार यादव ने कहा कि विकसित और सभ्य समाज निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि बाल विवाह जैसे बच्चों के प्रति होने वाले क्रूर अपराध को खत्म करना होगा। जिसके लिए हम जनप्रतिनिधियों को आगे बढ़कर प्रयास करने की जरूरत है।

भंडारी पंचायत के मुखिया सह मुखिया संघ अध्यक्ष पिंकेश सिंह ने कहा कि- जिस प्रकार सती प्रथा का अंत सामूहिक प्रयास से समाप्त हुआ था, ठीक उसी तरह अब हम सब मिलकर बाल विवाह को खत्म करेंगे। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि सभी पंचायत में 16 अक्तूबर को कैंडल/मशाल जलाकर बाल विवाह से आजादी का संदेश दिया जायेगा।

गिरिडीह : देवरी, तिसरी और गांवा प्रखंड को 2025 तक बाल विवाह मुक्त करने का हुआ निर्णय, 16 अक्तूबर को सभी अपने स्तर से करेंगे बाल विवाह के विरोध में आवाज बुलंद सिंघो मुखिया मो हसमुद्दीन ने कहा कि- अगर हम सभी जनप्रतिनिधि ठान ले तो निश्चित रूप से बाल विवाह मुक्त बनाया जा सकता है। हमें अपने गांव के बच्चों गार्जियन के साथ और सभी धर्मगुरु के साथ सम्मेलन कर जागरूक करने की आवश्यकता है।

निरंजन सिंह(मंझने मुखिया प्रतिनिधि) ने कहा कि - बाल विवाह न केवल बच्चों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है बल्कि उनकी शिक्षा, कैरियर का विकास भी बाधित हो जाता है।

मो फारुख ने सुझाव दिया कि यदि ग्रामीण क्षेत्रों में परिवारों के लिए रोजगार तथा बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में स्कूल और कॉलेज हो तभी बाल विवाह पर रोक लगाया जा सकता है वही पिहरा पंचायत के मुखिया अमित कुमार ने कहा कि जागरूकता के साथ साथ कानूनों का सही रूप से प्रयोग किया जाए तो बाल विवाह को कारगर तरीके से रोका जा सकता है।

देवरी प्रखंड के डेगोडीह पंचायत मुखिया सैलेस कुमार ने कहा कि 16 अक्तूबर को देवरी प्रखंड के विद्यालयों और पंचायतों को जागरूक करेंगे और शपथ दिलाएंगे।

गांवा पंचायत मुखिया सह मुखिया संघ अध्यक्ष ने कहा कि बाल विवाह विरोधी अभियान को तेज किया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाएगा।

तिसरी उपप्रमुख बैजू मरांडी ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान के संदेश को घर घर तक ले जाने के लिए हम प्रतिनिधि काम करेंगे। कार्यक्रम के शुरुआत में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के वरीय निदेशक श्री ओम प्रकाश पाल ने बाल विवाह से आजादी, राष्ट्रव्यापी अभियान के उद्देश्यों पर परकश डालते हुए कहा कि, अभियान का उद्देश्य 2030 तक भारत से बाल विवाह के अपराध को मिटाना है जिसके कि हर साल होने वाली 15 लाख लड़कियों की शादी और यौन हिंसा से उन्हें बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि अभियान का मुख्य फोकस देश के वे चुनिंदे 288 जिले हैं जहां राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे की रिपोट के अनुसार सर्वाधिक बाल विवाह की घटनाएं होती है। जिनमें गिरिडीह जिला भी शामिल है ,जहां लगभग 45% बाल विवाह की घटनाएं हर साल होती हैं। इसलिए गिरिडीह जिले में इस अभियान का खास महत्व है। कार्यक्रम का संचालन गिरिडीह जिला समन्वयक सुरेंद्र कुमार पंडित ने तथा धन्यवाद ज्ञापन संगठन के परियोजना अधिकारी संदीप नयन ने किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर तीनों प्रखंड के जनप्रतिनिधियों, सहित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता सुरेंद्र पंडित, उदय राय, राजेश सिंह, संदीप नयन, छोटेलाल पांडेय, अमित कुमार, राजू सिंह, भरत पाठक, अजय पाठक, ममता हेंब्रोम, पिंटू, रोहित, जीवाधर, वेंकटेश, भीम चौधरी, शिवशक्ति, शांति सोरेन, तरुण सिंह, मुकेश मिश्रा , सुरेंद्र सिंह, पंकज कुमार, कृष्णा पासवान, इंकज, नीरज,सहित अन्य उपस्थित रहे।


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