
टैंकर चालक को सुरक्षित बाहर निकालकर एंबुलेंस से स्थानीय अस्पताल भेजा गया, जहाँ उसका इलाज जारी हुआ। घटना के कारण घाटी में कुछ समय के लिए आवागमन प्रभावित हुआ, लेकिन पुलिस की तत्परता से हालात काबू में रहे। थाना प्रभारी चौधरी ने कहा कि ज्वलनशील पदार्थ से लदा वाहन पलटने के बाद सबसे बड़ा खतरा आग लगने का होता है, इसलिए फायर ब्रिगेड की मौजूदगी अनिवार्य थी। फिलहाल टैंकर को क्रेन की मदद से सड़क किनारे हटाने का काम किया जा रहा है और आसपास के इलाके में पुलिस की निगरानी जारी है। स्थानीय लोगों ने पुलिस-प्रशासन की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यदि समय पर कदम नहीं उठाए जाते, तो यह हादसा बड़े खतरे का रूप ले सकता था।