चौपारण (हजारीबाग)। भारत सरकार द्वारा जनजातीय समुदाय के जीवन स्तर में सुधार लाने और ग्राम स्तर पर उनकी समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से चलाए जा रहे आदि कर्मयोगी अभियान के तहत गुरुवार को दैहर पंचायत के दुरागड़ा गांव में पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया ब्रमदेव भुइयाँ ने की। बैठक में आदि कर्मी शैलेन्द्र पासवान एवं मो. समदानी, आदि सहयोगी के रूप में मुखिया ब्रमदेव भुइयाँ, पंचायत समिति सदस्य मुकेश पासवान, बैंक मित्र नागेन्द्र कुमार, रोजगार सेवक अमजद अली, आंगनबाड़ी सेविका लकड़ा देवी, सहिया चमेली देवी, जन वितरण दुकानदार मनोज कुमार, कृषि मित्र अजय पासवान, जेएसएलपीएस कर्मी प्रमिला सिंह, वीएलई विकास कुमार समेत कई पदाधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके अलावा प्रमुख ग्रामीण प्रतिभागियों में महेश बिरहोर, सहदेव बिरहोर, महेन्द्र बिरहोर, गुड़िया देवी, पार्वती देवी, चिंतामन खैरवार, मोहन खैरवार और सोहरी देवी शामिल थे।
वहीं मुखिया सहयोगी के रूप में नरेश सिंह, विक्रम कुमार, राहुल यादव और मन्नू कुशवाहा भी उपस्थित रहे। बैठक में जनजातीय समाज से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा हुई। हालांकि, कार्यक्रम के दौरान किसी भी वनकर्मी की उपस्थिति नहीं रहने से ग्रामीणों में नाराज़गी देखी गई, क्योंकि अधिकांश मामले वन विभाग से संबंधित बताए गए। मुखिया प्रतिनिधि नागेंद्र कुमार ने कहा कि वन विभाग की अनुपस्थिति ने ग्रामीणों की अपेक्षाओं पर प्रश्न खड़ा कर दिया है। उन्होंने संबंधित विभाग से भविष्य की बैठकों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की मांग की।