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देवघर : घोरमारा के पेड़ा दुकानदारों की स्थिति खराब, लाखों की पूंजी बर्बाद

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घोरमारा के पेड़ा दुकानदारों की स्थिति खराब ।

सुधांशु शेखर देवघर संवाददाता

देवघर : देवघर इस बार श्रावणी मेला में कांवरिया की भीड़ नहीं रहने के कारण देवघर दुमका सड़क स्थित उभरता हुआ पेड़ा बाजार के दुकानदार की स्थिति खराब हो गई है। दुकानदारों द्वारा लगाया गया लाखों की पूंजी बर्बाद हो गया। जिससे परेशान होकर पेड़ा दुकानदारों ने झारखंड के मुख्यमंत्री को आर्थिक मदद को लेकर पत्राचार किया है। दुकानदारों का कहना है कि जिस अनुपात में कांवरिया की भीड़ श्रावणी मेला के दौरान होना चाहिए था उसका 10% भी नहीं हो सका जिसके लिए दुकानदारों द्वारा लगाया गया लाखों की पूंजी बेकार हो गया। हालांकि स्थानीय जनप्रतिनिधि ने इसकी बात सरकार तक पहुंचाने की भी बात कहा है।

स्थाई एवं अस्थाई दुकानदार भी दोहरी मार के चपेट में:

प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रावणी मेला क्षेत्र में हजारों की संख्या में स्थाई एवं अस्थाई दुकान लगाया है। श्रावणी मेला आने से पूर्व दुकानदारों ने अपने माल को स्टोर करते हैं।श्रावणी मेला के दौरान आने वाले कांवरिया एवं श्रद्धालुओं द्वारा छोटे-छोटे दुकानदारों से खिलौना से लेकर खाने-पीने एवं अन्य वस्तु को खरीदते हैं। जिससे दुकानदारों को भी मुनाफा होता है तथा श्रद्धालुओं को भी अपने सामान की जरूरत पूरा होता है लेकिन इस बार भीड़ नहीं होने के कारण सभी दुकानदारों का माल जैसा का तैसा अपने स्टोर में रखा पड़ा है।

क्या कहते हैं दुकानदार : पेड़ा दुकानदार दुलार मंडल ने बताया कि इस बार की श्रावणी मेला की स्थिति काफी दयनीय है। जिससे पेड़ा व्यवसायियों की बीच काफी परेशानी हो रही है।

पेड़ा दुकानदार संजय कुमार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालु 10% भी नहीं पहुंचे हैं। इसके बाद 30 दिनों का मलमास प्रारंभ हो गया। 15 दिनों के दौरान दुकानदारों का 10% माल भी खपत नहीं हो पाया। जिससे स्थिति काफी खराब हो गया है।

स्थानीय पेड़ा दुकानदार शैलेश कुमार ने बताया कि पेड़ा दुकानदारों के अलावा अन्य सभी दुकानदारों की भी स्थिति काफी खराब है। सरकार से मदद की गुहार लगाया है।

मंदिर की व्यवस्था ठीक नहीं इसके लिए कांवरिया नहीं रखते रुचि: फल व्यवसाई नागेंद्र कुमार मंडल ने बताया कि इन दिनों बाबा मंदिर एवं बासुकीनाथ मंदिर की व्यवस्था ठीक नहीं रहने के कारण सावन मास में श्रद्धालुओं का आना-जाना बिल्कुल कम हो गया है। श्रावण महीना के दौरान बाबा बैजनाथ का शिवलिंग स्पर्श पूजा का महत्व रखता है वही स्थानीय प्रशासन द्वारा अरघा लगा दिए जाने के कारण यहां की व्यवस्था बिल्कुल खराब हो गया है।


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