ऐप पर पढ़ें

देवघर : बैधनाथ मंदिर के गुंबज पर स्थापित पंचशूल है अद्भुत

WhatsApp Group Join Now

देवघर : बैधनाथ मंदिर के गुंबज पर स्थापित पंचशूल है अद्भुत

पांच आवरणों,मंडलों और पांच ब्रह्मकलाओं से युक्त पंचशूल,ज्ञानमय कैलाश का संकेत

देवघर : बाबा नगरी देवघर स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर कई माईनें में विश्व के अन्य मंदिरों से भिन्न है।यहां के मंदिरों के त्रिशूल की जगह पंचशूल स्थापित स्थापित है।धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार भगवान शंकर ने अपने प्रिय शिष्य शुक्राचार्य को "पंचवक्त्रमनिर्माण"विधि बताई थी,जिनसे फिर लंकापति रावण ने यह विधा सीखा था।कहा जाता है कि रावण ने लंका के चारो कोनों पर पंचशूल का निर्माण करवाया था,जिसे प्रभु श्रीराम को तोड़ना आसान नहीं हो रहा था।बाद में रावण के भाई विभीषण द्वारा इस रहस्य की जानकारी दी गयी।उस वक्त अगस्त मुनि ने पंचशूल ध्वस्त करने का विधान बताया था।कहते हैं उसी पंचशूल को बाबा बैधनाथ के मन्दिर में लगाया गया है।जिससे इस मंदिर को कोई क्षति नहीं पहुंचा सकता है।बताते चलें कि सभी बारह ज्योतिर्लिंग के मंदिरों के शीर्ष पर" त्रिशूल"स्थापित है परंतु बाबा बैधनाथ के मंदिर में ही पंचशूल स्थापित है।सुरक्षा कवच के कारण ही इस मंदिर पर आज तक किसी भी आपदा का कोई असर नहीं हुआ।कहते हैं पांच आवरणों, पांच मंडलों और पांच ब्रह्म कलाओं से युक्त यह ज्ञानमय कैलाश पर्वत का संकेत है।पंचशूल पांच अक्षरों से युक्त प्रणव ओंकार है।"अ"उ,म,बिंदु और नाद है।जगत सम्बन्धी कार्य सृष्टि,पालन,संघार,तिरोभाव और अनुग्रह कहे गए हैं।पंच कोष पांचों देवता सदा भवानी दाहिनी सम्मूख रहे गणेश,पंचदेव मिली रक्षा करें ब्रम्हा विष्णु महेश।पंचशूल शिव तत्व है।शक्ति पीठ मैं बैधनाथ के शिवा के पांच मुख हैं।पंचशूल के दर्शन मुक्ति मोक्ष तक प्रदान करता है।कालांतर में यह प्रदेश गिद्धोर महाराजा के अधिकार में था, और गिद्धोर महाराज द्वारा ही स्वर्ण कलश लगवाया गया था।वैसे बाबा बैधनाथ के मंदिर का ध्यान और एकाग्रता से अवलोकन करेंगे तो पता चलेगा इस परिसर के प्रायःमंदिरों में वास्तु का अदुभुत संरचना से भरा हुआ है एक स्थान से खड़े होकर पांच मंदिरों के देवताओं का अवलोकन होता है।अभी श्रावणी मेला भी चल रहा है और प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन और जलार्पण के लिए पहुंच रहें हैं।


हमारे Whats App न्यूज ग्रुप से जुड़ें, आप हमें Facebook, Twitter, और Instagram पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।

Post a Comment