चौपारण : एनजीटी के आदेश के बावजूद चौपारण में अवैध बालू खनन धड़ल्ले से जारी है. माफिया खुलेआम बालू निकाल कर सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण चौपारण का चोरदाहा चेक पोस्ट है. तस्कर धड़ल्ले से बालू लदे ट्रैक्टर पार कर रहे हैं. चौपारण में प्रतिदिन रात के अंधेरे में 10 बजे के बाद करीब 70-80 ट्रैक्टर अवैध बालू की ढुलाई हो रही है.
खनन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की बात कही जा रही है. कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बालू तस्करी का धंधा पूरी तरह से नहीं रुक रहा है. खनन विभाग और प्रशासन के बीच तालमेल की कमी का फायदा भी बालू माफिया उठाते रहे हैं. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 10 जून से 15 अक्टूबर तक राज्य की सभी नदियों से बालू उठाव पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद बालू माफिया चौपारण में धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं. बालू माफिया बेखौफ होकर प्रखंड क्षेत्र के हर नदी से कहीं दिन के उजाले में तो कहीं रात के अंधेरे में बालू उठाव कर रहे हैं.
खनन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की बात कही जा रही है. कार्रवाई की जा रही है, लेकिन बालू तस्करी का धंधा पूरी तरह से नहीं रुक रहा है. खनन विभाग और प्रशासन के बीच तालमेल की कमी का फायदा भी बालू माफिया उठाते रहे हैं. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने 10 जून से 15 अक्टूबर तक राज्य की सभी नदियों से बालू उठाव पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद बालू माफिया चौपारण में धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं. बालू माफिया बेखौफ होकर प्रखंड क्षेत्र के हर नदी से कहीं दिन के उजाले में तो कहीं रात के अंधेरे में बालू उठाव कर रहे हैं.
वाहन मालिक पूरे मार्ग पर बाइक से गश्त करते हैं
बालू की अवैध ढुलाई के दौरान वाहन मालिक पूरे रूट पर बाइक से गश्त करते हैं और प्रशासनिक गतिविधियों पर नजर रखते हैं. एक ट्रैक्टर चालक ने बताया कि जब भी टीम कार्रवाई के लिए निकलती है तो इसकी सूचना पहले ही पहुंच जाती है। ऐसे में ट्रैक्टर को रोककर छिपा दिया जाता है.