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हजारीबाग : बरही बीआरसी में कुछ कर्मियों की चलती है मनमानी, नहीं पहुंचते है समय पर

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हजारीबाग : बरही बीआरसी में कुछ कर्मियों की चलती है मनमानी, नहीं पहुंचते है समय पर
सहायक अध्यापक जब पहुंचे अपनी समस्या को लेकर तो 10.30 बजे तक बीआरसी कार्यालय में लटका था ताला
बरही बीईइओ बाहर थे खड़ा, दूरभाष से संपर्क कर खुलवाया ताला, लगाई फटकार

बरही (हजारीबाग) : प्रखंड परिसर स्थित बीआरसी बरही में कुछ कर्मियों की मनमानी चलती है, समय पर वे अपने कार्यालय नहीं पहुंचते हैं। मामले का उजागर तब हुआ जब सहायक अध्यापकों की टीम अपने विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर शनिवार को बरही बीआरसी 10.30 बजे पहुंचे हुए थे। देखा की गेट में ताला लगा हुआ है और बाहर में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी खड़े हैं। इसके बाद बीईइओ ने दूरभाष पर सूचना कर कार्यालय खुलवाया, और कर्मियों को फटकार लगाई। वहीं सहायक अध्यापकों ने कार्यालय कर्मियों की अनुपस्थिति पर दुख जताया और मांग किया कि बिना सूचना के अनुपस्थित कर्मियों को एक दिन का वेतन रोका जाय। वहीं अध्यापकों ने बताया कि शिक्षा सचिव के निर्देशानुसार तृतीय शनिवार की अवकाश शिक्षकों को इसलिए दी जाती है, ताकि अपनी समस्याओं को विभाग के समक्ष रख सके पर कार्यालय में बीपीएम अरुण कुमार, अकाउंटेंट संजय राणा के साथ बीआरसी में एक भी बीआरपी, सीआरपी उपस्थित नहीं पाए गए। इससे यह प्रतीत होता है कि शिक्षा सचिव के आदेश का उल्लंघन किया जाता है, जिसका परिणाम सहायक अध्यापको को भुगतना पड़ रहा है। एक शिष्टमंडल प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को मांग किया कि प्रखंड के सभी सहायक अध्यापको के समस्याओं का समाधान अभिलंब कराया जाए और बाकी कर्मियों के द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाया जाए। प्राप्त सूचना के अनुसार करीब 18 सहायक अध्यापकों का विसंगति का मानदेय और एरियर का भुगतान होना था, परंतु बरही लेखपाल के द्वारा कुछ लोगों का ही भुगतान किया गया बाकी लोगों का कार्यालय दौडाकर परेशान किया जा रहा है, इन लोगों का बकाया राशि भुगतान कराया जाय। वहीं अध्यापकों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 में सरकार द्वारा निर्देश प्राप्त था कि कॉपी एवं किताब भी बीआरसी द्वारा विद्यालय में पहुचानी थी, परंतु सभी शिक्षक अपने ही राशि से विद्यालय तक ले जाने का काम किया। वहीं कहा गया था कि सभी प्रधान शिक्षक को प्रति विद्यालय ₹500 की राशि भुगतान कर दी जाएगी, लेकिन कॉपी उठाव के करीब 1 वर्ष एवं पुस्तक उठाओ का 3 माह बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं की गई। वहीं इसे अभिलंब भुगतान करने का मांग भी किया। मौके पर प्रखंड सचिव मनोज कुमार घोष, दीपक कुमार यादव सीआरसी अध्यक्ष खोंडाहर, रंजीत कुमार सिंह सीआरसी अध्यक्ष प्रखंड परिसर, मनोज कुमार, रामेश्वर रविदास सीआरसी करियापुर व आशीष कुमार आदि मौजूद है।


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