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देवघर : विस्थापितों के समर्थन में उतरे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता नेतृत्व में हुई बैठक

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देवघर : विस्थापितों के समर्थन में उतरे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता नेतृत्व में हुई बैठक
देवघर : विस्थापितों के समर्थन में उतरे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता नेतृत्व में हुई बैठक

देवघर : चितरा के विस्थापितों को निलंबित कर और झुठे मुकदमे में फंसाकर कोलियरी विस्तार नहीं कर सकते हैं विस्थापितों की बात सुननी पड़ेगी, उनके वाजिब हक को देना ही पड़ेगा यह बातें दमगढ़ा आम बगान में विस्थापितों की हो रही बैठक में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कहा।दमगढ़ा विस्थापित परिवार के समर्थन में गुरुवार को हजारों की संख्या में विस्थापित परिवार के लोग दमगढ़ा आम बागान में उपस्थित होकर प्रबंधन के विरोध में प्रदर्शन किया एवं एक मांग पत्र विस्थापित परिवार की ओर से महाप्रबंधक एसपी माइंस को दिया गया। दमगढ़ा आम बागान में चितरा,बाउरी टोला , बरमरिया,दमगढ़ा,तुलसीडाबर,जमनीटाड़, खून,छाताडंगाल, चूड़ीकनाली, आमडंगाल, ताराबाद,जमुआ आदि गांव से हजारों की संख्या में विस्थापित पीड़ित परिवार के लोग उपस्थित हुए और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता के नेतृत्व में एक बैठक की गई । इसमें मुख्य रूप से प्रबंधन से यह मांग की गई कि विस्थापित परिवार के सदस्यों को तंग करना बंद करें बताते चलें की दो कोयलाकर्मी जो विस्थापित भी है उन्हें प्रबंधन द्वारा दबाव डालने के लिए निलंबित कर दिया गया है एवं मुकदमा भी दर्ज किया गया है लोगों ने अभिलंब मुकदमा वापस कर निलंबन रद्द करने की मांग की एवं विस्थापन के हक को देते हुए काम करने की मांग की । इस अवसर पर खून गांव के अरुण महतो जमुआ मुखिया प्रतिनिधि राजू दास विस्थापित परिवार तुलसीडाबर एवं झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के सचिव निर्मल मरांडी दमगढ़ा विस्थापित मोर्चा के अध्यक्ष गोकुल महतो ने अपना विचार रखा। बैठक के मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कहा की विस्थापितों के हक की लड़ाई के लिए हम सबों को एक होना होगा हम चाहेंगे कि बिना किसी दलगत भावना के सभी नेता विस्थापित परिवार के लोग एक साथ आवें।हम अपने विरोधियों के साथ भी कंधा से कंधा मिलाकर विस्थापन के लिए आंदोलन करने के लिए तैयार है। विस्थापितों के विरुद्ध कोई न जाए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की प्रबंधन डरा धमका कर विस्थापतों का हक मारना चाहती है । बहुत से लोग हैं जिनका मुआवजा सही ढंग से नहीं मिला है जमीन के बदले जो नौकरी मिलनी चाहिए बहुतों को नहीं मिला है झारखंड सरकार के नई स्थानीय नीति के अनुसार कोई भी काम में स्थानीय बेरोजगारों को 75 फ़ीसदी रखना अनिवार्य है लेकिन जो कंपनियां चितरा कोलियरी में आई है वह इस नियम का पालन नहीं कर रही है बाहरी लोगों का जमावड़ा है चंद दलाल उसे बहकाकर विस्थापितों का हक मारकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। बैठक के बाद हजारों की संख्या में विस्थापित और स्थानीय बेरोजगार एक मांग पत्र लेकर महाप्रबंधक कार्यालय जुलूस के शक्ल में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता के नेतृत्व में पहुंचे एवं एक मांग पत्र महाप्रबंधक एसपी माइंस को एक प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से सौंपा गया। इस अवसर पर इंडिया गठबंधन के सभी नेता इंडिया गठबंधन के सभी ट्रेड यूनियन सहित सैकड़ों कोयला कर्मी जिनकी जमीन पर उत्पादन हो रहा है उपस्थित थे लोगों में काफी आक्रोश था लोग विस्थापित परिवार जिनकी जमीन गई है उसे दबाब डालकर मुकदमा में फंसा कर डराने का आरोप प्रबंधन पर लगा रहे हैं । मौके पर झारखंड युवा मोर्चा के प्रशांत शेखर, जिला मीडिया प्रभारी झारखंड मुक्ति मोर्चा राममोहन चौधरी ,ट्रेड यूनियन से पशुपति कोल, रामदेव सिंह ,कृष्ण सिंह सहित हजारों लोगों उपस्थित थे।


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