सिविल सर्जन पहुंचे चौपारण, कई बच्चे अस्पताल में भर्तीचौपारण (हजारीबाग)। प्रखंड मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर भगहर पंचायत में डायरिया का प्रकोप फैलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। डायरिया से पीड़ित 10 वर्षीय विक्रम भुईयां, पिता रामबली भुईयां की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही पूरे इलाके में शोक और भय का माहौल व्याप्त हो गया है। सूचना मिलते ही हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार स्वयं चौपारण पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित बच्चों की स्वास्थ्य जांच की और चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए बीमार बच्चों को तत्काल स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
इस घटना पर भगहर पंचायत के मुखिया कृष्णा रविदास ने स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भगहर उपकेंद्र में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिसके कारण ग्रामीणों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। यही हाल चौपारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी है, जहां वर्षों से डॉक्टरों की कमी बनी हुई है। मुखिया ने कहा - अगर अस्पतालों में डॉक्टर ही मौजूद नहीं रहेंगे तो गरीब ग्रामीण इलाज के लिए कहाँ जाएंगे? यह लापरवाही सीधे आम लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। ग्रामीणों ने भी स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर व्यवस्था नहीं होने के कारण जानें जाती हैं। फिलहाल भगहर पंचायत के कई और बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है और बेहतर इलाज के इंतजार में हैं।